म.प्र. में मानसून की विदाई के साथ गुलाबी ठंड की आहट

म.प्र. में मानसून की विदाई के साथ गुलाबी ठंड की आहट

भोपाल [महामीडिया] म.प्र. की सीमाओं में आया मानसून सोमवार को पूरी तरह विदा हो गया। वापसी में उसने रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग का रास्ता पकड़ा। अब प्रदेश का आसमान पूरी तरह साफ है और दिन में तेज धूप निकल रही है लेकिन रात के न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर जारी है। सोमवार की  रात इंदौर और राजगढ़ का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह मैदानी क्षेत्रों में सबसे कम तापमान था। वहीं प्रदेश के 30 शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। इस तरह म.प्र. में मानसून की विदाई के साथ गुलाबी ठंड की आहट शुरु हो गयी है । इसके साथ ही उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की वापसी के साथ ही गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। हिमाचल प्रदेश समेत पश्चिमी हिमालयी राज्यों में पहाड़ों की ऊंची चोटियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। उत्तराखंड में हेमकुंड साहिब और केदरनाथ धाम समेत कई जगहों पर दो फीट तक बर्फ जब गई है। इससे पहाड़ी राज्यों के ऊंचाई वाले इलाकों में जहां रात का पारा शून्य को छूने लगा है वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत मैदानी राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे आ गया है। गुलाबी ठंड एक मौसमीय घटना है जो उत्तर भारत और पहाड़ी इलाकों में देखा जाता है। इसका असर मुख्य रूप से दिसंबर-जनवरी में दिखता है। गुलाबी ठंड में अत्यधिक ठंडी रातें और सुबह के समय का असामान्य तापमान रहता है। इसे इसलिए “गुलाबी” कहा जाता है क्योंकि सुबह के समय सूरज की पहली किरणों में घास, खेत और पेड़ गुलाबी-लाल रंग में दिखाई देने लगते हैं।

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