
अमेरिका में भी रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप
भोपाल [ महामीडिया] रहस्यमयी बीमारी अब अमेरिका में भी फैलने लगी है। इसके ज्यादातर पीड़ित 3 से 8 साल के बच्चे बताए जा रहे हैं। बीमारी से उनके फेफेड़े सफेद पड़ रहे हैं। अमेरिका के मैसाच्यूसेट्स और ओहायो में इस बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहां इस बैक्टिरियल निमोनिया को व्हाइट लंग सिंड्रोम कहा जा रहा है। ओहायो के वॉरेन काउंटी में इस बीमारी के 142 मामले सामने आए हैं। व्हाइट लंग सिंड्रोम चीन की रहस्यमयी बीमारी की तरह ही बैक्टिरियल और वायरल इंफेक्शन का मिक्सचर है। व्हाइट लंग सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों के चेस्ट के एक्स रे में सफेद रंग के पैच दिखाई दे रहे हैं। ऐसा ज्यादातर दो तरह की बीमारियों में होता है। प्लमोनेरी एलविओलर माइक्रोलिथाइसिस और सिलकोसिस। प्लमोनेरी एलविओलर माइक्रोलिथाइसिस में फेफड़ों में कल्शियम जमना शुरू कर देता है। जिससे खांसी और छाती में दर्द के साथ सांस लेने में दिक्कत होती है। जबकि सिलकोसिस डस्ट, स्टोन और सिलिका जैसे पदार्थों के सांस के साथ अंदर जाने की वजह से होती है। इसमें भी लंग्स में सफेद धब्बे हो जाते हैं।