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सुप्रीम कोर्ट ने नशीली दवाओं के बारे में कड़ी चेतावनी दी
भोपाल [महामीडिया] सुप्रीम कोर्ट ने भारत में गहराते नशीली दवाओं की बढ़ती गतिविधियों के बारे में कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि मादक द्रव्यों का सेवन एक गंभीर जन चुनौती बन गया जो देश के युवाओं और सामाजिक ताने-बाने के लिए ख़तरा बन गया। विश्व मादक द्रव्य रिपोर्ट का हवाला देते हुए कोर्ट ने कहा कि वैश्विक स्तर पर नशीली दवाओं का उपयोग बढ़कर 31.6 करोड़ लोगों तक पहुंच गया और भारत में भी युवाओं में नशे की लत में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है। खंडपीठ नेकहा कि अनुच्छेद 47 के तहत राज्य की संवैधानिक ज़िम्मेदारी है कि वह इस संकट से निपटे औरग्रसित आबादी की रक्षा करे। जस्टिस मनमोहन और जस्टिस एन.वी. अंजारिया की खंडपीठ ने अप्रैल 2025 में प्रकाशित शोध का हवाला दिया जिसमें भारतीय युवाओं में बढ़ती मादक द्रव्यों के सेवन की समस्या का दस्तावेजीकरण किया गयाहै उन्होंने कहा कि बार-बार इस राष्ट्रीय दुविधा को उजागर किया गया है फिर भी कोई समाधान निकालता नहीं दिखाई दे रहा है ।