
दार्जिलिंग का मनमोहक पर्यटन
भोपाल [महामीडिया] दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तर में पूर्वी हिमालय की तलहटी में स्थित एक खुबसूरत हिल्स स्टेशन है। समुद्र तल से 2134 मीटर की ऊँचाई पर स्थित दार्जिलिंग के जिलों की सीमाएं बांग्लादेश, भूटान और नेपाल जैसे देशों के साथ जुडी हुई हैं। दार्जिलिंग विभिन्न बौद्ध मठों और हिमालय की आकर्षित चोटियों से घिरा हुआ है। यहां की वादियां बेहद मनमोहक हैं और यह एक हिल स्टेशन के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है। दार्जिलिंग सिर्फ चाय के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध नहीं है बल्कि अपनी सुंदरता के कारण भी यह शहर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। दार्जिलिंग का इतिहास देखने पर हम पाते हैं कि दार्जलिंग ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा अधिग्रहण से पहले सिक्किम का एक हिस्सा हुआ करता था और उससे पहले नेपाल के एक अभिन्न अंग के रूप में जाना जाता था। लेकिन फरवरी 1829 में नेपाल और सिक्किम के बीच सीमाओं के बारे में विवाद शुरू होने लगा। इस समय के दौरान भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बेंटिक थे और उन्होंने ने समस्या को हल करने की कोशिश की। इस प्रक्रिया के दौरान उन्होंने महसूस किया कि दार्जिलिंग में प्रमुख चोकी का निर्माण किया जा सकता हैं और यह चाय की खेती के लिए एक शानदार भूमि हैं। ब्रिटिश अधिकारीयों ने इस स्थान का दौरा किया और इसकी सुन्दरता को सराया। दार्जिलिंग बाद में एक आकर्षित पर्यटक स्थल बनता चला गया और पहाड़ियों की रानी की उपाधि प्राप्त की। दार्जलिंग में टाइगर हिल सनसेट पॉइंट के लिए सबसे अधिक लौक प्रिय पर्यटन स्थल हैं। टाइगर हिल से कंचन जंगा का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता हैं। टाइगर हिल की सबसे दिलचस्प बात घूम का शिखर और बर्फ से ढंकी हुई पहाड़ियां हैं जोकि पर्यटकों को बहुत अधिक लुभाती हैं। यहाँ स्थित दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है। दार्जिलिंग की सबसे सुरम्य ट्रेन मार्गों में से एक प्राकृतिक रूप से हरा-भरा ट्रेन मार्ग हैं जोकि दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे की ऊंचाई को कम करने के उद्देश्य से बनाया गया हैं। बतासिया लूप की सबसे करामाती पहलुओं में शामिल इसकी बेजोड़ प्राकृतिक सुंदरता है, जोकि अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है। दार्जिलिंग से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित घूम में बतासिया लूप के निर्माण के पीछे का उद्देश्य दार्जिलिंग इलाके को नेविगेशन के लिए आसान बनाना हैं। यहां से कंचन जंगा की बर्फीली पहाड़ियों का नजारा भी देखा जा सकता हैं। दार्जिलिंग पर्यटन स्थल दुनिया भर में सबसे अधिक मनोरम हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता हैं। दार्जिलिंग में खूबसूरत भू-छाया वाले पर्वतों से लेकर शानदार चाय के साथ-साथ बरामदे की खूबसूरत वादियों का नजारा आपकी नजरो के सामने होता हैं और पर्यटक इसका लुत्फ़ उठाते हुए नजर आते हैं। रोपवे से घूमते हुए यहा के शानदार नाजारो को देखना बहुत सुखद होता हैं। आप जब भी दार्जिलिंग की यात्रा पर जाए तो रोपवे का आनंद लेना न भूले। दार्जिलिंग में घूमने वाली जगह हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पर्वतारोहण संस्थानों में से एक माना जाता है। हिमालय पर्वतारोहण संस्थान को 4 नवंबर 1954 में स्थापित करने का उद्देश्य पर्वतारोहण के खेल में लोगों के हित और रूचि को प्रोत्साहित करना था। दुनिया भर से पर्वतारोही अपने कौशल को विकसित करने के लिए इस संस्थान में आते हैं और इसका लाभ उठाते हैं।
[संजीव दुबे]