
दो अमेरिकी और एक ब्रिटिश प्रोफेसर को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
भोपाल [महामीडिया] इस साल का नोबेल पुरस्कार तीन अर्थशास्त्रियों जोएल मोकीर (अमेरिका), पीटर हॉविट (अमेरिका) और फिलिप एघियन (यूके) को मिला है ।इन अर्थशास्त्रियों ने बताया कि इनोवेशन से कैसे आर्थिक विकास का रास्ता खुलता है। तकनीक तेजी से बदलती है और हम सभी पर असर डालती है।नए उत्पाद और उत्पादन के तरीके पुराने तरीकों को बदलते रहते हैं और यह प्रक्रिया कभी खत्म नहीं होती। यही लगातार आर्थिक विकास का आधार है जिससे दुनिया भर के लोगों की जीवन गुणवत्ता और जीवन स्तर बेहतर होता है। नीदरलैंड में जन्मे जोएल मोकीर अब अमेरिका की नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। उन्होंने इतिहास के पन्नों को खंगालकर बताया कि कैसे तकनीकी प्रगति ने आर्थिक विकास को सामान्य बना दिया दूसरी ओर फिलिप एघियन (पेरिस के कॉलेज डी फ्रांस और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स) और पीटर हॉविट (ब्राउन यूनिवर्सिटी अमेरिका) ने 1992 में एक गणितीय मॉडल बनाया था। इस मॉडल में उन्होंने ‘क्रिएटिव डिस्ट्रक्शन’ की बात की यानी जब कोई नया और बेहतर प्रोडक्ट बाजार में आता है तो पुराने प्रोडक्ट बेचने वाली कंपनियां पीछे छूट जाती हैं। इस पुरस्कार को औपचारिक रूप से ‘स्वेरिग्स रिक्सबैंक प्राइज इन इकोनॉमिक साइंसेज इन मेमोरी ऑफ अल्फ्रेड नोबेल’ कहते हैं। 1968 में स्वीडन के सेंट्रल बैंक ने इसे शुरू किया था। यह नोबेल पुरस्कारों की तरह ही 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर दिया जाएगा। इसमें एक डिप्लोमा, गोल्ड मेडल और 12 लाख अमेरिकी डॉलर की राशि शामिल है।