उज्जैन में वैदिक अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना होगी
भोपाल[ महामीडिया] भोपाल में आयोजित आयुर्वेद पर्व समारोह में महर्षि महेश योगी संस्थान के प्रमुख ब्रह्मचारी गिरीश जी के एक प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की कि उज्जैन में शीघ्र ही वैदिक अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना की जाएगी।
यह समारोह राजधानी के खुशी लाल आयुर्वैदिक कॉलेज में संपन्न हुआ जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री, विधायक, डॉक्टर और अनेक गण मान्य नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 2028 में कुंभ में आयुर्वेद पर्व का आयोजन करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयुर्वेद के प्रचारक है। आयुर्वेद के डॉक्टर को पहले लोग डॉक्टर नहीं मानते थे लेकिन कोरोनाकाल में आयुर्वेद के काढ़े को बड़ी संख्या में लोगो ने स्वीकारा।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में ब्रह्मचारी गिरीश जी ने अपने सम्बोधन में कक्षा कि प्रारंभिक शिक्षा से लेकर पीएच डी स्तर तक की शिक्षा में स्वास्थ्य शिक्षा को सम्मिलित करने का सुझाव दिया । उन्होंने बताया कि महर्षि संस्थान ने "महा स्वास्थ्य शिक्षा अभियान" प्रारम्भ किया है, जिसके तहत भारत के ५०० जिलों में १००० वैद्यों की नियुक्ति करके जनमानस को आयुर्वेद के निवारक सिद्धांतों में प्रशिक्षित किया जायेगा ।
इस अवसर पर गिरीश जी ने अपने भाषण में प्रस्ताव रखा कि न्यायप्रिय राजा विक्रमादित्य की नगरी अवंतिका में एक "वैदिक अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय" की स्थापना की जाये। उन्होंने इस प्रस्ताव के विषय में यह भी कहा कि महर्षि संस्थान यह न्यायालय मध्य प्रदेश की सहायता से स्थापित करने को तैयार है । उन्होंने यह भी बताया कि महर्षि जी ने ८० के दशक में प्रस्ताव किया था किन्तु उस समय किसी कारण वश इसकी स्थापना नहीं हो पायी थी । महर्षि संस्थान अब इस कार्य को सम्पादित करना चाहता है ।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ब्रह्मचारी गिरीश जी के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए कहा कि शासन इसकी अनुमति देगा और साथ ही स्थापना में सहयोग देगा।
इस अवसर पर पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए ब्रह्मचारी जी ने कहा की ये कोई धार्मिक न्यायालय नहीं होगा किन्तु भारतीय वैदिक सिद्धांतों, भारतीय न्याय पद्धति अर्थात पूर्ण ज्ञान पर आधारित वैश्विक समस्यों को सरलता से सुलझाकर विश्व शांति की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करेगा उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही विस्तृत प्रस्ताव सरकार को प्रेषित करेंगे।इस दौरान प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर परमार और विधान सभा सदस्य भगवानदास सबनानी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम मे मंत्रियों ने आयुर्वेद के क्षेत्र में शासन द्वारा किये जा रहे कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया और आयुर्वेद और उसके माध्यम से जनता के स्वास्थ्य लाभ सम्बन्धी अनेक घोषणाएं भी कीं। इस अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के अध्यक्ष पद्मभूषण वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा और वैद्य राकेश शर्मा, अध्यक्ष आचार एवं पंजीयन सहित मध्य प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारी,भारत भर से पधारे अनेक वरिष्ठ वैद्य और विद्वान उपस्थित थे। भोपाल के शासकीय पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक संस्थान में यह तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व चलेगा।