
मिनरल्स और फाइबर से भरपूर भुट्टे का सेवन
भोपाल [महामीडिया] भुट्टा खाने में जितना स्वादिष्ट लगता है उतना ही ये सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। ऑर्गेनिक और अनप्रोसेस्ड भुट्टे कई जरूरी मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होते हैं। अनप्रोसेस्ड भुट्टा नियमित खाने से हार्ट डिजीज, टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा, ओवरवेट और पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा कम होता है। भुट्टे से बनने वाला पॉपकॉर्न खाने वाले लोग दूसरों की तुलना में औसतन 22% अधिक फाइबर का सेवन करते हैं। इससे उनका पाचन तंत्र बेहतर रहता है। भुट्टे में मौजूद जरूरी न्यूट्रिएंट्स शरीर को एनर्जी देने के साथ-साथ पाचन तंत्र और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इसमें दो पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट्स ल्यूटिन और जेक्सैंथिन आंखों की रोशनी को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं। ग्लूटेन-फ्री और लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण यह डायबिटीज और ग्लूटेन सेंसिटिव लोगों के लिए भी बेहतर विकल्प है।एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए दिन में 1 से 1.5 कप (करीब 100–150 ग्राम) भुट्टा खाना आमतौर पर सुरक्षित और फायदेमंद माना जाता है। उबला या भुना हुआ भुट्टा सबसे हेल्दी विकल्प है। भुट्टे में नेचुरल शुगर और कार्ब्स होते हैं, जो ब्लड शुगर बढ़ा सकते हैं। डायबिटिक लोगों को सीमित मात्रा में इसे खाना चाहिए। भुट्टे का सेवन करना अधिकतर लोग पसंद करते हैं, क्योंकि भुट्टे में फाइबर, कैल्शियम, जिंक, विटामिन्स, मिनरल्स और कई प्रकार के पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। हर कोई भुट्टा खाना तो पसंद करता है, लेकिन क्या भुट्टे के बाल जिसे कॉर्न सिल्क कहा जाता है आमतौर पर फेंक दिया जाता है लेकिन यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है। चीन, अमेरिका और भारत में आयुर्वेद और हर्बल मेडिसिन में इसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी बहुत ही फायदेमंद होता हैं।