
इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को ट्रैक्शन मोटर भारत में ही बनाना होगा
भोपाल [महामीडिया] वाहन परीक्षण एजेंसियों ने इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया विनिर्माताओं को औपचारिक रूप से यह घोषणा कर कहा है कि उनके पास पर्याप्त दुर्लभ खनिज मैग्नेट हैं और पीएम ई-ड्राइव योजना के तहत ट्रैक्शन मोटर और इलेक्ट्रॉनिक थ्रॉटल स्थानीय स्तर पर बनाएंगे। मंत्रालय के इस कदम ने कई वाहन कंपनियों को हैरान कर दिया क्योंकि चीन द्वारा 4 अप्रैल को दुर्लभ खनिज मैग्नेट के निर्यात पर लगाई गई पाबंदियों के बाद वह सरकार से अस्थायी राहत की उम्मीद कर रही थीं मगर अब उन्हें सख्त अनुपालन का सामना करना होगा। अधिसूचना के मुताबिक सब्सिडी का दावा करने वाले इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया विनिर्माताओं के लिए चरणबद्ध विनिर्माण कार्यक्रम तैयार किया गया है। इस योजना के तहत सब्सिडी चाहने वालों को ट्रैक्शन मोटर और इलेक्ट्रॉनिक थ्रॉटल सहित कुछ अन्य वाहन कलपुर्जों का घरेलू स्तर पर विनिर्माण की अनिवार्य शर्त लागू की गई है। नामित परीक्षण एजेंसियों ने ई-दोपहिया और तिपहिया विनिर्माताओं को एक घोषणा प्रपत्र भेजा है और उस पर हस्ताक्षर कर वापस करने के लिए कहा गया है। इसमें यह पुष्टि करने को कहा गया है कि संबंधित विनिर्माता के पास दुर्लभ खनिज मैग्नेट का पर्याप्त स्टॉक है और वह मानदंडों का पालन कर रहे हैं।