म.प्र. में बासमती उत्पादक किसान परेशान

म.प्र. में बासमती उत्पादक किसान परेशान

भोपाल [ महामीडिया] म.प्र. में बासमती धान की खेती 14 जिलों में बड़े पैमाने पर होती है। सामान्य धान की तुलना में अधिक भाव मिलने के कारण किसान इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं और प्रतिवर्ष इसका उत्पादन क्षेत्र भी बढ़ता जा रहा है। पिछले साल किसानों को उपज आने की शुरुआत में ही 4,000 रुपये प्रति क्विंटल मिलने लगे थे लेकिन इस बार दो से तीन हजार रुपये प्रति क्विंटल का भाव ही मिल रहा है। ऐसे में लागत निकाल पाना भी किसानों के लिए मुश्किल नजर आ रहा है। इस वर्ष प्रदेश में सभी तरह के धान का उत्पादन देखा जाए तो यह लगभग 80 लाख टन हो सकता है। धान का समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विटंल हैं। अब धान का उत्पादन क्षेत्र 40 लाख हेक्टेयर से अधिक पहुंच गया है। बासमती धान की खेती विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, शिवपुरी और गुना जिले में अधिक होती है। एमपी के बासमती चावल को जीआई टैग नहीं मिलने की वजह से यहां के किसानों को इसके कम दाम मिलते हैं

 

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