चार दिवसीय विश्व रंग महोत्सव 27 नवंबर से

चार दिवसीय विश्व रंग महोत्सव 27 नवंबर से

भोपाल [महामीडिया] विश्व रंग भोपाल द्वारा चार दिवसीय टैगोर अंतरराष्ट्रीय साहित्य तथा कला महोत्सव का आयोजन 27 नवंबर से राजधानी के रविंद्र भवन में आयोजित किया जा रहा है। इस महोत्सव में कुल 90 सत्र होंगे जिजिसमें भारत सहित 35 देश के 1000 से अधिक प्रतिभागी शामिल रहेंगे। उद्घाटन मध्य प्रदेश के राज्यपाल और मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति करेंगे। यह जानकारी विश्व रंग के महानिदेशक तथा रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे ने प्रेस वार्ता में दी।

प्रेस को संबोधित करते हुए चौबे ने बताया कि 2019 में शुरू हुई विश्व रंग की यात्रा अपने सातवें चरण पर और भी व्यापक विस्तृत और बहुरंगी हो गई है। भोपाल से शुरू हुआ यह कारवां मॉरीशस, श्रीलंका ,नई दिल्ली और मुंबई होता हुआ नई ऊर्जा और नए आत्मविश्वास से भरकर एक बार फिर भोपाल लौटा है। 27 नवंबर को रंगारंग विश्व रंग शोभा यात्रा के बाद शाम 6:00 बजे मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल की गरिमामय उपस्थिति में इस महोत्सव का शुभारंभ होगा इस अवसर पर मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन मध्य प्रदेश के संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी और रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

इस अवसर पर उपस्थित विश्व रंग के  सह निर्देशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने बताया कि इस महोत्सव की लोकप्रियता का ग्राफ लगातार उत्तरोत्तर बढ़ता चला जा रहा है। सातवें संस्करण से जुड़ने के लिए विश्व रंग पोर्टल पर हजारों लोगों ने अभी तक पंजीयन करवा लिया है। उन्होंने इस अवसर पर फैजल मलिक, दिव्या दत्ता, स्वानंद किरकिरे, राधाकृष्णन पिल्लई प्रिया मलिक, नीलोत्पल मृणाल, सौरभ द्विवेदी देवदत्त पटनायक, सुमित अवस्थी, पुष्पेश पंत आदि का जिक्र करते हुए कहा कि इन हस्तियों ने विश्व रंग के आमंत्रण को स्नेह के साथ स्वीकार करते हुए युवाओं को मोटीवेटर और मैटर के रूप में अपनी सेवाएं देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।

विश्व रंग के बहुरंगी विन्यास की महत्वपूर्ण गतिविधियों साझा करते हुए सह निर्देशक अदिति चतुर्वेदी वत्स ने बताया कि शुभारंभ संध्या 27 नवंबर का प्रमुख आकर्षण श्री कृष्ण लीला का भव्य मंचन होगा। जिसमें नई दिल्ली के श्री राम कला केंद्र के कलाकारों की एक बड़ी टीम लाइट एंड साउंड के स्पेशल इफेक्ट के साथ प्रस्तुत करेगी। समापन दिवस 30 नवंबर को राजमाता अहिल्याबाई की जीवन गाथा पर केंद्रित नाटक "अहिल्या रूपेण संस्थिता: का मंचन रविंद्र भवन के अंजनी सभागार में होगा। प्रयास रंग समूह नागपुर के 50 से अधिक कलाकारों ने इसे सुप्रसिद्ध रंगकर्मी प्रियंका शक्ति के निर्देशन में तैयार किया है इसके अलावा आदि रंग में  नृत्य, संगीत तथा चंदेरी  और संजा के प्रदर्शन होंगे।

प्रवासी साहित्य तथा संस्कृति शोध केंद्र के निदेशक जवाहर कर्णावत ने विश्व रंग में प्रतिभागी देशों और उनकी प्रस्तुतियां का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि कनाडा, अमेरिका, बेल्जियम, नीदरलैंड, यूक्रेन, इटली, स्वीडन, कुवैत, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, श्रीलंका, अर्मेनिया, रूस, जापान, बांग्लादेश, त्रिनिदाद,  पाकिस्तान,सहित वियतनाम थाईलैंड, साउथ अफ्रीका , रोमानिया, कतर आदि 35 से अधिक देशों के 60 से अधिक प्रतिनिधि विश्व रंग में सम्मिलित होंगे। इस विश्व रंग में यूक्रेन के आठ विद्यार्थियों का एक दल हिंदी नाटक की प्रस्तुति करेगा इसके साथ ही भारतीयों की विकास यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी "कुली से कुलीन" तक को देखना एक दुर्लभ अनुभव होगा।

 

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