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माघ मेला तीन जनवरी से
भोपाल [महामीडिया] माघ मेला तीन जनवरी से
हर साल त्रिवेणी संगम पर लगने वाला माघ मेला कुंभ का छोटा रूप माना जाता है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर आयोजित यह मेला आध्यात्मिक शुद्धि, तप, दान और साधना का विशेष अवसर देता है। मान्यता है कि माघ मेले में संगम स्नान करने से पापों का क्षय होता है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। इसकी सबसे बड़ी पहचान कल्पवास है, जिसमें श्रद्धालु पूरे एक महीने तक संयमित जीवन जीते हुए स्नान-दान और साधना करते हैं। समुद्र मंथन की कथा से जुड़ा यह पर्व प्रयागराज को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देता है।माघ मेले की शुरुआत पौष पूर्णिमा से होती है और समापन महाशिवरात्रि पर। वर्ष 2026 में माघ मेला 3 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से 15 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक आयोजित होगा। इस अवधि में कई प्रमुख स्नान पर्व पड़ेंगे जिन्हें शाही स्नान का महत्व प्राप्त है।
माघ मेला 2026 के प्रमुख स्नान पर्व
- पौष पूर्णिमा स्नान: 3 जनवरी 2026
- मकर संक्रांति स्नान: 14 जनवरी 2026
- मौनी अमावस्या स्नान: 18 जनवरी 2026
- बसंत पंचमी स्नान: 23 जनवरी 2026
- माघ पूर्णिमा स्नान: 1 फरवरी 2026
- महाशिवरात्रि (समापन स्नान): 15 फरवरी 2026