रामेश्वरम धाम की महिमा

रामेश्वरम धाम की महिमा

भोपाल [महामीडिया] दक्षिण-पूर्वी भारत का तीर्थस्थल जो तमिलनाडु में स्थित है। रामेश्वरम एक द्वीप है जिसे पंबन द्वीप भी कहा जाता है। चार धामों में से एक धाम यह भी है जहाँ प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं भक्ति में लीन होने आते है।गृहस्थी का मोह छोड़कर मोक्ष की तलाश में यात्री यहाँ आते है। हर व्यक्ति इस चिंता ग्रस्त जीवन से छुटकारा पाना चाहते हैं और इसी से बचने के लिए वह रामेश्वरम दर्शनीय स्थल की शरण लेना चाहता हैं। शांति व आध्यात्मिकता का माहौल आपको लीन कर देगा।रामेश्वरम तीर्थ दर्शनीय स्थल द्रविड़ वास्तुकला व आध्यात्मिक विशेषता का संगम है इस मंदिर को और अधिक पावन बना देता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित किया गया है। 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक यह मंदिर भी है। इसका कॉरिडोर विश्व का सबसे लंबा कॉरिडोर है व इसकी वास्तुकला आपको हैरान कर देगी। स्तंभों पर इतनी कौशलता से कलाकारी की गई है कि इसकी तुलना करना व्यर्थ है। मंदिर के भीतर दो लिंगम है-रामलिंगम व शिवलिंगम इसलिए यहाँ शिव भक्त व विष्णु भक्त दोनों तरह के उपासकों की भीड़ होती है। यहाँ 22 पानी के कुंड है जिनमें से डुबकी लगाकर श्रद्धालु अपने पापों से छुटकारा पाते हैं। रामेश्वरम की जलवायु उष्णकटिबंध है। रामेश्वरम दर्शनीय स्थल में साल के किसी भी दिन आकर आनंद लिया जा सकता है। पर सबसे उचित समय है अक्टूबर से अप्रैल के दौरान। हांलाकि जुलाई से सितंबर तक बारिश का मौसम रहता है पर इस दौरान भी नज़ारा आनंदमयी होता है। अगर आपको बारिश से कुछ खास दिक्कत नहीं है तो आप कभी भी यहाँ आ सकते हैं।

सम्बंधित ख़बरें