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संवेदनशील कंटेंट के लिए जवाबदेही जरूरी
मुंबई [महामीडिया] सोशल मीडिया पर अपलोड होने वाले कंटेंट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज गुरुवार को कड़ी टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा की डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित भ्रामक या संवेदनशील कंटेंट के लिए किसी न किसी तरह की जवाबदेही तय होनी चाहिए। कोर्ट ने केंद्र से इस पर रेगुलेशन तैयार कर 4 हफ्ते में जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि मामला सिर्फ अश्लीलता का नहीं बल्कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के दुरुपयोग का भी है। समस्या यह है कि कोई भी अपना चैनल बनाकर बिना किसी जवाबदेही के कुछ भी अपलोड कर सकता है ऐसी स्थिति में जिम्मेदारी तय होना आवश्यक है।