आचार्य बद्री महाराज जी की कथा का आज आठवां दिन

आचार्य बद्री महाराज जी की कथा का आज आठवां दिन

भोपाल  (महामीडिया): स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती आश्रम,छान में चल रहे शारदीय नवरात्र महोत्सव के आठवें दिन आचार्य बद्रीश जी महाराज जी ने आज श्रीमद् देवी भागवत कथा अमृत प्रवाह के माध्यम से बताया कि भगवान मनु जी महाराज ने देवताओं के आग्रह से कैसे पृथ्वी का निर्माण किया। भगवान मनु के बड़े पुत्र प्रियव्रत संपूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी थे, लेकिन उन्हें यह अच्छा नहीं लगता था कि  आधी पृथ्वी पर एक समय दिन और आधी पर रात होती है । एक बार वे पूरी पृथ्वी पर एक दिन करने के लिए वे सूर्य रथ की गति वाले रथ पर निकल पड़े।  इस रथ के पहियों से सात समुद्र और उनके बीच सात द्वीप बने।   सात दिन रात तक घूमते हुए उन्होंने पूरी पृथ्वी पर उजाला कर दिया। फिर ब्रह्मा जी के दिन और रात की जरुरत को समझने पर प्रियव्रत ने अपना घूमना बंद किया।
 आचार्य बद्रीश जी महाराज ने अपनी कथा में जम्बूदीप के नौ वर्षो,  चौदह लोक और नरक का वर्णन सुनाया।  उन्होंने कहा की जो भी इस भू-भाग में दृश्यमान हैं, चींटी से लेके परमाणु पर्यन्त सब कुछ भगवान् का ही स्वरुप हैं।   

श्रीमद् देवी भागवत कथा और सहस्त्रचंडी महायज्ञ का आयोजन महर्षि वेद विज्ञान विश्व विद्यापीठम एवं महर्षि संस्थान द्वारा प्रतिवर्ष की भांति संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। इस संपूर्ण कार्यक्रम का लाइव प्रसारण रामराज टीवी, वेबसाइट, यूट्यूब एवं फेसबुक चैनलों पर भी किया जा रहा है।

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