बैंकिंग सेक्टर में महिला सशक्तिकरण

बैंकिंग सेक्टर में महिला सशक्तिकरण

मैहर एचएसबीसी बैंक अपने महिला कर्मचारियों के बच्चों की देखभाल के लिए भारत में दाई को 6 साल तक पेमेंट दे रहा है। मॉर्गन स्टेनली प्रेग्नेंट स्टॉफ को कैब का भी खर्च देता है, और सिटीग्रुप इंक नई माताओं को उनकी मातृत्व अवकाश समाप्त होने के बाद एक साल तक घर से काम करने यानी वर्क फ्रॉम होम की अनुमति देता है। जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी और बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्प दोनों सभी नए माता-पिता के लिए 16 सप्ताह की छूट की पेशकश करते हैं। गोल्डमैन सैक्स ग्रुप माता-पिता को 20 सप्ताह की छूट देता है। बार्कलेज ने सभी अमेरिका में बच्चों की देखभाल करने के लिए माता-पिता की छुट्टी को 16 सप्ताह तक बढ़ा दिया है।ग्लोबल फाइनैंशियल कंपनियां महिला कर्मचारियों को आकर्षित करने और बनाए रखने के प्रयास के तहत मैटर्निटी से मिलने वाले फायदों में इजाफा कर रही हैं। ये कंपनियां कुछ अलग तरह के ऑफर देने की योजना बना रही हैं जो कहीं और शायद ही देखने को मिले। कंपनियों की तरफ से ऐसा करने का उद्देश्य महिला कर्मचारियों की संख्या में इजाफा करना है। कुल मिलाकर, भारत में एक चौथाई से भी कम वयस्क महिलाएं काम करती हैं, जो दुनिया में सबसे कम दरों में से एक है बैंक ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि नई माताओं को अब उनकी सैलरी के साथ मिलने वाली छुट्टी खत्म होने के बाद एक साल तक घर से काम करने का ऑप्शन मिलेगा।
भारत में पहले से ही पूर्ण वेतन पर न्यूनतम 26 सप्ताह का मातृत्व अवकाश अनिवार्य है और ये अवकाश दुनिया की टॉप 20 अर्थव्यवस्थाओं के समूह में सबसे ज्यादा है। 50 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी देने वाली कंपनी को क्रेच, डेकेयर, ऑनसाइट या नजदीक की पेशकश करनी चाहिए। सरकार ने 2021 में महिलाओं के लिए एक जॉब ट्रेनिंग प्रोग्राम भी शुरू किया, और पिछले साल कहा कि नौकरी में लचीलापन अपनाना महिलाओं को घर से बाहर काम करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक तरीका हो सकता है।यह अमेरिका के साथ बिल्कुल विपरीत है, जहां वेतन के साथ छुट्टी के लिए कोई कानूनी प्रावधान नहीं है। 
भारत में बैंक प्रतिभा के भूखे हैं।  कई वैश्विक बैंक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और बढ़ते मध्यम वर्ग के कारण भारत की ओर रुख कर रहे हैं।  एचएसबीसी अपनी फिर से स्थापित प्राइवेट बैंकिंग यूनिट के लिए वेल्थ बैंकर्स की भर्ती कर रहा है, और सिटीग्रुप ने विस्तार के लिए भारत को अपने टॉप बाजारों में से एक के रूप में पहचाना है।भर्ती के दौरान टैलेंटेड महिलाओं को शामिल करना और पहले से ही बैंकों में काम कर रही महिलाओं को बनाए रखना इस बात की ओर इशारा करता है कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश यानी भारत में महिला कर्मचारियों की विशेष आवश्यकताओं को तवज्जो दी जा रही है। आवश्यक ऑन-साइट डेकेयर  के अलावा महिला कर्मचारियों को 6 साल तक के बच्चों की देखभाल के लिए एक दाई के पेमेंट के लिए 216 डॉलर तक का मंथली चाइल्ड केअर भत्ता दिया जा रहा है । भारत में लंदन का बैंक नई माताओं को काम करने के घंटों में लचीलापन और प्रसव के बाद कैरियर डेवलपमेंट भी प्रदान कर रहा है ।

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