धर्मः दुर्गाष्टमी पूजा मुहूर्त

धर्मः दुर्गाष्टमी पूजा मुहूर्त

भोपाल (महामीडिया) चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी या महाष्टमी व्रत रखा जाता है. इस दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की आराधना की जाती है. इस साल चैत्र शुक्ल नवमी तिथि 08 अप्रैल को रात 11 बजकर 05 मिनट पर शुरु होगी और 09 अप्रैल दिन शनिवार को देर रात 01 बजकर 23 मिनट तक है. उदयातिथि के अनुसार, दुर्गाष्टमी व्रत 09 अप्रैल को रखा जाएगा. जानते हैं दुर्गाष्टमी के शुभ मुहूर्त, योग एवं महत्व
सुकर्मा योग में दुर्गाष्टमी 
इस बार की दुर्गाष्टमी सुकर्मा योग में है. दुर्गाष्टमी के दिन सुकर्मा योग दिन में 11 बजकर 25 मिनट से शुरु हो रहा है, जबकि पुनर्वसु नक्षत्र पूरे दिन है. इस दिन का योग और नक्षत्र मांगलिक कार्यों के लिए शुभ है.
चैत्र शुक्ल अष्टमी की तिथि में रवि योग भी बना हुआ है. इस तिथि में रवि योग 10 अप्रैल को प्रात: 03 बजकर 31 मिनट से शुरु हो रहा है, जो सुबह 06 बजकर 01 मिनट तक है. इस दिन का शुभ समय 11:58 बजे से लेकर दोपहर 12:48 बजे तक है.
दुर्गाष्टमी का महत्व

  • इस दिन मां महागौरी की पूजा विधिपूर्वक करते हैं. उनकी कृपा से सुख, सफलता, धन, धान्य, संपत्ति और विजय प्राप्त होती है.
  • देवी महागौरी को मां अन्नपूर्णा का स्वरूप मानते हैं, जिन पर उनकी कृपा होती है, उसे जीवन में कभी भी धन धान्य की कमी नहीं रहती है.
  • महागौरी सफेद रंग के वस्त्र और आभूषण धारण करती हैं. वे गौर वर्ण की हैं. भगवान शिव को पाने के लिए इन्होंने कठोर साधना की, जिससे इनका शरीर काला हो गया. जब भगवान शिव प्रकट हुए तो उन्होंने गंगाजल से उनके शरीर को शुद्ध कर दिया, जिससे ये गौर वर्ण की हो गईं.
     

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