तीज-त्यौहारः 'धूमावती जयंती' है आज
भोपाल (महामीडिया) हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल की ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को धूमावती जयंती मनाई जाती है। मां धूमावती 10 महाविद्याओं में से एक हैं और माता धूमावती को सातवीं महाविद्या बताया जाता है। वह ज्येष्ठा नक्षत्र में निवास करती हैं। माँ को अलक्ष्मी के नाम से भी जाना जाता है। आप सभी को बता दें कि माता धूमावती दरिद्रता को दूर करती हैं और संतापों को मिटाती हैं।
इसी के साथ वह क्रोध को शांत करती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार वे अकेली हैं और उनके समान कोई दूसरी शक्ति नहीं है। अगर व्यक्ति को कष्टों से बचना है तो इसके लिए देवी धूमावती की पूजा-आराधना करनी चाहिए। कहा जाता है श्रद्धापूर्वक माता धूमावती की पूजा करने से प्राणियों के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं।
धूमावती जयंती तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरूआत 07 जून दिन मंगलवार को सुबह 07 बजकर 54 मिनट से शुरू होकर 08 जून बुधवार को सुबह 08 बजकर 30 मिनट तक मान्य थी। इस वजह से उदयातिथि 8 जून को धूमावती जयंती मनाई जाएगी।
धूमावती जयंती 2022 शुभ मुहूर्त
इस साल धूमावती जयंती पर सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग रवि योग का निर्माण हो रहा है। आज प्रात:काल से ही सिद्धि योग शुरू हो चुका है जो कि अगले दिन 9 जून को प्रात: 3 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग 9 जून की सुबह 4 बजकर 31 मिनट से सुबह 5 बजकर 23 मिनट तक है।
धूमावती जयंती पूजा विधि
इस दिन सुबह उठकर स्नान करके विधि-विधान से माता की पूजा करें। आप मां की पूजा के लिए सफेद रंग के फूल, आक के फूल, सफेद वस्त्र, केसर, अक्षत, घी, सफेद तिल, धतूरा, जौ, सुपारी दूर्वा, गंगाजल, शहद, कपूर, चन्दन, नारियल पंचमेवा आदि का प्रयोग करना चाहिए। इसी के साथ ही पूजा के दौरान मंत्र का जाप जरूर करें और आरती भी करें।