अक्षय नवमी कल 

अक्षय नवमी कल 

नई दिल्ली  [ महामीडिया] कार्तिक शुक्ल पक्ष नवमी तिथि को परम पुण्य दायक अक्षय नवमी के नाम से जाना जाता है | ऐसी मान्यता है कि कार्तिक शुक्ल पक्ष नवमी से ही द्वापर युग की शुरुआत हुई | इस तिथि को युगादि तिथि भी कहा जाता है | इसी दिन श्री हरि विष्णु ने कुष्मांडक दैत्य को मारा था। अक्षय नवमी के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी कंस को मरने से पूर्व ,जनता  के मन में कंस के विरुद्ध क्रांति के निमित्त तीन वनों की परिक्रमा की थी। इसी परम्परा के निर्वहन के फलस्वरूप लोग आज भी अक्षय नवमी के अवसर पर असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मथुरा वृन्दावन की परिक्रमा करते है |नवमी तिथि का आरंभ 1 नवंबर 2022 दिन मंगलवार की रात में 1:09 से आरंभ होगा। जो 2 नवंबर 2022 दिन बुधवार को रात में 10:53 तक व्याप्त रहेगी । ऐसी स्थिति में अक्षय नवमी का पवित्र पर्व दो नवंबर 2022 दिन बुधवार को मनाया जाएगा । इस वर्ष नवमी तिथि में हीअयोध्या मथुरा की परिक्रमा एक नवंबर की रात अर्थात एक व दो नवंबर की रात 1:09 से आरंभ होकर अक्षय नवमी पर्यंत 2 नवंबर 2022 दिन बुधवार को रात में 10:53 तक निरंतर चलता रहेगा । आज के ही दिन आंवला नवमी भी मनाई जाती है | अक्षय नवमी से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक श्री हरि विष्णु आंवले के वृक्ष पर निवास करते है । 

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