अयोध्या में भूमि पूजन के लिए हरी झंडी का इंतजार

अयोध्या में भूमि पूजन के लिए हरी झंडी का इंतजार

अयोध्या [ महामीडिया ]रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण की शुरू हुई प्रक्रिया के बीच गर्भगृह में चल रह समतलीकरण का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसके बाद भूमि पूजन कर मंदिर नींव की खुदाई शुरू की जाएगी। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पहले ही आमंत्रित किया जा चुका है।लॉकडाउन की घोषणा से पूर्व भूमि पूजन के लिए 30 अप्रैल की तिथि तय थी लेकिन कोरोना के चलते तिथि को स्थगित करना पड़ा। अब एक बार फिर से नयी तिथि तय करने के लिए पीएमओ की हरी झंडी का इंतजार है। इस बीच गुरुवार को कार्यदाई संस्था एलएण्डटी के अधिकारियों ने रामघाट स्थित राम जन्मभूमि कार्यशाला व रामसेवकपुरम कार्यशाला का निरीक्षण किया। इस मौके पर इन अधिकारियों ने कार्यशाला के प्रभारी अन्नूभाई सोमपुरा से मुलाकात की। इसके बाद उनसे तराशे गये पत्थरों के अलावा बाकी बचे पत्थरों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सम्बन्धित पत्थरों को रामजन्मभूमि परिसर तक ले जाने के साधनों व आवागमन के रूट के बारे में पूछताछ के साथ स्वयं भी रूट का अवलोकन किया।रामजन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया आरम्भ होने के बाद मंदिर मॉडल पर नये सिरे से छिड़ी बहस को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह भैय्याजी जोशी ने गुरुवार को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने इन चर्चाओं पर किसी टिप्पणी से साफ इंकार करते हुए कहा कि राम मंदिर का निर्माण प्रारम्भ हो चुका है और यह निर्माण सभी की कल्पनाओं के ही अनुरुप होगा। उन्होंने भूमि पूजन व निर्माण कार्य पूरा होने की तिथि बताने से भी इनकार करते हुए कहा कि मैं रामजन्मभूमि ट्रस्ट का ट्रस्टी नहीं हूं। यह सब तकनीकी विषय है। इस पर ट्रस्ट के लोग ही जानकारी देंगे। 

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