भौम प्रदोष व्रत कल
भोपाल (महामीडिया): अक्टूबर माह का पहला प्रदोष व्रत कल रखा जाएगा। इस दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। इस व्रत को करने से लोगों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि लंबे समय से कर्ज में डूबे व्यक्ति भी इस समस्या से निजात पा सकता है।
यह दिन शिव भक्तों के लिए काफी ज्यादा खास माना जाता है। लोग सुबह से ही मंदिरों में पहुंच जाते हैं और जलाभिषेक कर भगवान शिव को प्रसन्न करने की कोशिश में लग जाते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं भारत आस्था का देश है। यहां रहने वाले लोग काफी ज्यादा भगवान को मानते हैं, उनकी पूजा करते हैं। इसलिए देश के हर कोने में आपको मंदिर मिल जाएगा। जिसमें अलग-अलग भगवानों की पूजा की जाती है। सभी का अपना अलग-अलग महत्व होता है।
वहीं, हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत मनाया जाता है। सभी अलग-अलग नामों से भी जाने जाते हैं। मंगलवार के दिन अगर त्रयोदशी तिथि आती है तो उसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस दिन पूजा के दौरान भगवान शिव के विशेष मंत्रों का जाप करने से घर में खुशहाली आती है।
शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, अश्विनी माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को इस महीने का पहला प्रदोष व्रत रखा जाएगा। जिसका शुभारंभ 15 अक्टूबर को सुबह 3 बजकर 42 मिनट पर होगा, इसका समापन 16 अक्टूबर को सुबह 12 बजकर 19 मिनट पर होगा। इसलिए उदया तिथि के अनुसार, 15 अक्टूबर को प्रदोष व्रत रखा जाएगा।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, इस दिन रवि योग सहित कुछ अन्य दुर्लभ संयोगों का भी निर्माण हो रहा है। जिससे घर में खुशियां ही खुशियां आएगी। इसके अलावा, सुकर्मा योग का भी निर्माण इस दिन हो रहा है जो कि धार्मिक मान्यताओं के लिहाज से बेहद शुभ माना जाता है। इस दौरान पूजा करने वाले भक्तों के जीवन से गृह कलेश दूर हो जाता