छठ पूजा पर पटना में भीड़ ने रिकॉर्ड तोड़ा 

छठ पूजा पर पटना में भीड़ ने रिकॉर्ड तोड़ा 

पटना (महामीडिया) पटना शहर में छठ पर्व के दौरान कहीं भी कोविड गाइडलाइंस का गंभीरता से पालन नज़र नहीं आया. पटना शहर के 96 और जिले के कुल 550 घाटों में कहीं भी सख्ती नज़र नहीं आई और मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के बिना ही लोग त्यौहार मनाते नज़र आए. पटना में इस साल भीड़ ने रिकॉर्ड तोड़ा लेकिन प्रशासन गाइडलाइंस का पालन करवाने में नाकाम रहा.
पटना जिले में कुल 550 घाटों पर छठ व्रतियों ने उपासना की. पटना सदर में कुल 51 घाट बनाए गए थे, इसमें 30 नदी और 21 तालाब पर रहे. पटना सिटी में कुल 89 घाट बनाए गए थे. इसमें 85 नदी पर और 4 तालाब पर बनाए गए. उधर दानापुर में 71 घाट बनाए गए थे, इसमें 38 नदी और 29 तालाब के साथ 4 नहर पर बनाए गए थे. पटना जिले में कुल 417 नदी में और 110 तालाब में और 23 नहर के पास घाट बनाए गए थे, लेकिन कहीं भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन होते नही देखा गया. 
लोकआस्था के महापर्व छठ को लेकर पूरे राज्य में उत्साह चरम पर रहा. छठव्रतियों और श्रद्धालुओं ने गुरुवार को उदीयमान भगवान भास्‍कर को अर्घ्य दिया. इसके साथ ही चार दिनों तक चलने वाला सूर्योपासना का पर्व छठ संपन्न हो गया. भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पटना सहित अन्य जिलों के सभी घाटों पर अल सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी. वहीं, कई घाटों पर रात में भी व्रती रुके रहे.
थोक से लेकर खुदरा विक्रेताओं ने उम्मीद से अधिक का कारोबार किया है. छठ पर्व में फलों का कारोबार लगभग सौ से 110 करोड़ से ऊपर का रहा है. 
छठ में इस बार ज्वेलरी के कारोबारियों की भी खूब चांदी रही. चांदी और सोने के सूप दो साल में नहीं बिके थे लेकिन इस बार इसका भी रिकॉर्ड टूटा है. 
 

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