महाप्रभु जगन्नाथ जी की देव स्नान पूर्णिमा शुरू

महाप्रभु जगन्नाथ जी की देव स्नान पूर्णिमा शुरू

भोपाल [ महामीडिया] पुरी जगन्नाथ धाम में गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच महाप्रभु जगन्नाथ जी की देव स्नान पूर्णिमा नीति शुरू की गई है। कोविड महामारी के कारण पिछले साल की तरह इस साल भी भक्तों के बिना ही महास्नान नीति सम्पन्न की जा रही है। शहर में प्रमुख जगहों पर धारा 144 लगा दी गई है। ऐसे भक्त घर में ही बैठकर महाप्रभु का दर्शन लाभ कर रहे हैं। मंगलार्पण नीति संपन्न होने के बाद डोर लागी एवं पुष्पांजलि कर चतुर्धा विग्रहों की पहंडी की गई। सर्वप्रथम चक्रराज सुदर्शन, इसके बाद बलराम जी, फिर सुभद्रा एवं अंत में महाप्रभु जगन्नाथ जी को स्नान मंडप मे लाया गया। मंगल आरती नीति सम्पन्न होने के बाद मइलम, तड़पलागी, अधर पोछा, अवकाश नीति सम्पन्न की गई है। स्नान मंडप में चतुर्धा विग्रहों को 108 घड़ा सुगंधित जल से स्नान कराया जाएगा। महास्नान के बाद चतुर्धा विग्रह हाथी वेश में दर्शन देंगे। अत्यधिक स्नान करने के कारण महाप्रभु को बुखार हो जाएगा। इसके बाद उन्हें 14 दिन के लिए क्वारेनटाइन में रखा जाएगा। यहां पर दइतापति सेवकों द्वारा चुतुर्धा विग्रहों की गुप्त सेवा की जाती है।
 

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