नवनिर्मित महाकाल प्रांगण में भारतीय शिल्पकला की भव्य प्रतिमाएं

नवनिर्मित महाकाल प्रांगण में भारतीय शिल्पकला की भव्य प्रतिमाएं

भोपाल [ महामीडिया] भगवान शिव की जिन कथाओं का महाभारत, वेदों तथा स्कंद पुराण के अवंती खंड में उल्लेख है, वे कथाएं अब धर्मनगरी उज्जैन में जीवंत हो उठेंगी। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के समीप नवनिर्मित महाकाल प्रांगण में इन कथाओं को दर्शाती भव्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। ये इतिहास और वर्तमान का अद्भुत संगम हैं। इन्हें इतिहास से लिए गए धार्मिक प्रसंगों को कंप्यूटर जनित आधुनिक डिजाइन के जबरदस्त मेल से तैयार किया गया है। एक ओर जहां संस्कृत के प्राचीन मंत्र उकेरे गए हैं, वहीं आधुनिकता का पर्याय बारकोड भी बनाया जा रहा है।  भारतीय शिल्पकला हजारों वर्षों से ऐसी श्रेष्ठ मूर्तियां बनाती आई है, जिन्हें देखकर दुनिया चकित होती रही है। महाकाल के नवनिर्मित प्रांगण में इसी श्रेष्ठता और गौरव को ध्यान में रखते हुए प्रतिमाएं तैयार की गई हैं। ओडिशा के विशेषज्ञ कलाकारों द्वारा बनाई इन प्रतिमाओं में गुजरात की फर्म ने आधुनिकता का पुट डाला है। पूरे नवनिर्मित प्रांगण में करीब 200 छोटी-बड़ी मूर्तियां हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन प्रतिमाओं सहित समूचे महाकाल प्रांगण को 11 अक्टूबर को लोकार्पित करेंगे।
 

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