श्री यंत्र की स्थापना विधि

श्री यंत्र की स्थापना विधि

मैहर [ महामीडिया] मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन की कमी दूर होती है। उनको धन की देवी माना जाता है। कई लोग लक्ष्मी की पूजा करने के साथ ही श्री यंत्र की भी स्थापना घर में करते हैं, जिससे उनकी कृपा बनी रहे। श्री यंत्र स्थापना के कुछ नियम होते हैं जिनका ध्यान रखने आपको फल जरूर मिलता है। श्री यंत्र की स्थापना के समय यह ध्यान दें कि यह साफ-सुथरे लाल कपड़े में ही रखा जाए। पंचामृत से स्नान कराएं। इसके बाद यंत्र को घर के मंदिर में स्थापित करें। विधिवत पूजन करते हुए रोली, अक्षत और फूल अर्पित करें। पूजा के दौरान विशेष रूप से मां लक्ष्मी के ध्यान में "ओम् महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्" मंत्र का जाप करें। श्रीयंत्र को स्थापित करने से पहले गोमती चक्र में श्रीयंत्र के आसपास वृत्त का निर्माण करें।इसके बाद श्रीयंत्र को एक स्थान पर रखें और उसका पूजन करें। यंत्र के साथ मंत्र जाप करके, यंत्र में दिव्य शक्ति को आमंत्रित करें और उसे यंत्र में स्थापित करें।

 विशेष ध्यान रखें

  • श्री यंत्र को घर में स्थापित करने से पहले शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखें।
  • श्री यंत्र को स्थापित करने के लिए घर या ऑफिस की उत्तर-पूर्व दिशा शुभ होती है।
  • श्री यंत्र को गंदे या फटे कपड़े पर भूलकर भी स्थापित नहीं करना चाहिए।
  • श्री यंत्र को शुक्रवार के दिन घर पर लाना अच्छा माना जाता है।

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