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कालभैरव अष्टमी कल
भोपाल [महामीडिया] कल 12 नवंबर को अगहन कृष्ण अष्टमी है इस तिथि पर कालभैरव अष्टमी मनाई जाती है। मान्यता है कि भगवान शिव ने इसी तिथि पर कालभैरव अवतार लिया था। यह शिव जी का उग्र स्वरूप है जो लोग भय और नकारात्मक विचार दूर करना चाहते हैं उन्हें कालभैरव की पूजा करनी चाहिए । काल भैरव को शिव का रौद्र रूप माना जाता है, जो काल के स्वामी और न्याय के संरक्षक हैं। वे अधर्म और पाप का नाश कर धर्म की स्थापना करते हैं। मान्यता है कि काल भैरव की उपासना से व्यक्ति के जीवन में भय और असुरक्षा का अंत होता है। उनके प्रति श्रद्धा रखने से नकारात्मक ऊर्जा, शत्रुओं और बुरे कर्मों के परिणामों से मुक्ति मिलती है। काल भैरव का स्वरूप उग्र है, जो व्यक्ति को पापों के बंधन से मुक्त करता है। वे अज्ञान, मोह और भ्रम को नष्ट करते हैं और भक्त को धर्म, साहस और आत्मविश्वास का मार्ग दिखाते हैं।