मार्गशीर्ष अमावस्या 30 नवंबर को

मार्गशीर्ष अमावस्या 30 नवंबर को

भोपाल [ महामीडिया] अभी मार्गशीर्ष मास चल रहा है और इस मास की अमावस्या तिथियों की घट-बढ़ की वजह से दो दिन (30 नवंबर और 1 दिसंबर) रहेगी। अगहन मास की अमावस्या पर पितरों के लिए धूप-ध्यान करने का विशेष महत्व है। इस साल अमावस्या 30 नवंबर, शनिवार को सुबह 10:29 बजे शुरू होगी और 1 दिसंबर, रविवार को सुबह 11:50 बजे समाप्त होगी। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए गए अनुष्ठान पितरों को मोक्ष दिलाने में सहायक होते हैं। गंगा या अन्य किसी पवित्र नदी में स्नान और तर्पण करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है। अमावस्या के दिन सूर्योदय सुबह 6:57 बजे और सूर्यास्त शाम 5:24 बजे होगा।

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