मार्गशीर्ष माह में बाल गोपाल की पूजा का विधान

मार्गशीर्ष माह में बाल गोपाल की पूजा का विधान

भोपाल [ महामीडिया] मार्गशीर्ष माह के हर एक दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद साफ सुथरे वस्त्र धारण करके बाल गोपाल का स्मरण करें। इस माह में भगवान श्री कृष्ण और उनके स्वरूपों की विधि विधान से पूजा अर्चना करना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस मास में भगवान कृष्ण के दर्शन करने मात्र से हर कामना पूर्ण हो जाती है। वहीं जो व्यक्ति रोजाना भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप बाल गोपाल की विधिवत पूजा करता है। उसकी हर कामना पूर्ण हो जाती है और हर रोग, दोष और भय से छुटकारा मिल जाता है। भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में अर्जुन से कहा है कि "मासानां मार्गशीर्षोऽहम् यानी मार्गशीर्ष मास मेरा ही स्वरूप है।" हिन्दी पंचांग में महीने की अंतिम तिथि पूर्णिमा पर जो नक्षत्र रहता है, उस नक्षत्र के नाम पर ही महीने का नाम रखा जाता है। इस महीने की पूर्णिमा पर मृगशिरा नक्षत्र रहता है इसकारण हिन्दी पंचांग के नवें महीने का नाम मार्गशीर्ष पड़ा है।

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