मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती आज

मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती आज

भोपाल [ महामीडिया] मार्ग शीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी के रूप में मनाया जाता है।आज के दिन मोक्ष प्राप्ति के लिए व्रत, तप करना श्रेष्ठ है। साथ ही आज गीता जयंती भी है।शंख, चक्र गदाधारी भगवान विष्णु के चतुर्भुज स्वरूप की आज के दिन पूजा होती है। मान्यता है कि आज के दिन भगवान के इस स्वरुप की पूजा करने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसी भी मान्यता है कि जितना पुण्य हजारों वर्षों की तपस्या करने से मिलता है, उतना ही फल सच्चे मन से आज के दिन व्रत रखने से प्राप्त होता है। आज विष्णु सहस्त्रनाम और नारायण कवच का पाठ करना चाहिए। सूर्य देव वृश्चिक राशि में रहेंगे तो चंद्र देव सुबह 11 बजकर 48 मिनट तक मीन राशि में विराजमान रहेंगे इसके बाद मेष में प्रवेश कर जायेंगे। राहुकाल दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत में अर्जुन को कुरुक्षेत्र में गीता का ज्ञान दिया था। इसलिए इस दिन पर गीता जयंती भी मनाई जाती है। इसके साथ ही इस तिथि पर रवि नामक योग बन रहा है जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस योग में पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं ।

 

 

 

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