महाकुंभ में नागा साधुओं की डुबकी
प्रयागराज [ महामीडिया] महाकुंभ का पहला अमृत स्नान चल रहा है। एक-एक करके 13 अखाड़ों के नागा साधु- संत और महामंडलेश्वर संगम स्नान कर रहे हैं। घोड़े-ऊंट और रथ पर सवार होकर हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए नागा साधु अपने महामंडलेश्वर और गुरु के साथ संगम पहुंचे। तलवारें और गदा लहराते हुए दौड़े और संगम में डुबकी लगाई। कुंभ मेला क्षेत्र भव्य सजावट और भव्य तैयारियों से जगमगा उठा है। पूरा माहौल आध्यात्मिकता के प्रकाश से गूंज उठा है। नागा साधुओं ने स्नान शुरू कर दिया है। अखाड़ों का अमृत स्नान करीब साढ़े 9 घंटे तक चलेगा।आज संगम में अमृत स्नान के प्रथम दिन का अलौकिक दृश्य सबको मंत्रमुग्ध करने वाला है। मकर संक्रांति में अमृत स्नान में नागा साधु और पूज्य संत-सन्यासी अपने संपूर्ण वैभव के साथ स्नान करने संगम के तट पर पधारे। सभी संतों की पवित्र उपस्थिति से इस पर्व की शोभा अद्वितीय हो गई। साधु-संतों का यह अमृत स्नान श्रद्धालुओं के लिये अविस्मरणीय है। साधु-संतों के स्वागत में श्रद्धालुजन अत्यंत उत्साहित हैं। हर-हर महादेव और हर-हर गंगे का जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है ।