
निर्जला एकादशी 31 मई को
देहरादून [ महामीडिया] भीमसेनी एकादशी जिसे निर्जला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। 31 मई को इसे मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन प्याऊ खोलने और शर्बद बांटने पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। जलदान महादान माना गया है।निर्जला एकादशी पर जल का दान करना महादान के समान माना गया है। इस अवसर पर कुछ लोग प्याऊ लगवाकर जनसेवा करते हैं। इसके साथ ही मंदिर में शर्बत का वितरण करवा सकते हैं। इस उपाय से जहां मां लक्ष्मी और विष्णुजी प्रसन्न होते हैं वहीं कुंडली में चंद्रदोष दूर होता है। इन उपायों को करने से मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है।