इस बार ब्रह्मयोग में मनेगी पद्मनी एकादशी
भोपाल (महामीडिया) आगामी शनिवार को अधिक मास की पहली एकादशी रहेगी। इसे पद्मिनी एकादशी कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ पीपल और तुलसी के पौधे की पूजा की भी परंपरा है
19 साल बाद ज्येष्ठा नक्षत्र और ब्रह्म योग में व्रत किया जाएगा। इससे पहले 2004 में ऐसा हुआ था। चातुर्मास के चलते सावन और अधिक मास का संयोग होने से भगवान विष्णु की पूजा और व्रत का पुण्य फल और बढ़ जाएगा।
पद्मिनी एकादशी पर भगवान विष्णु के अवतारों की विशेष पूजा करने की भी परंपरा है। इस एकादशी पर भगवान विष्णु के लिए व्रत-उपवास किए जाते हैं। साथ ही सुबह और शाम दोनों समय तुलसी की पूजा की जाती है और दीपक लगाया जाता है।