पापांकुशा एकादशी आज

पापांकुशा एकादशी आज

भोपाल [महामीडिया] पापांकुशा दो शब्दों से मिलकर बना है पाप यानी गलत, अनैतिक, धर्मविरुद्ध काम और अंकुश यानी नियंत्रक शक्ति। इस प्रकार पापांकुशा एकादशी का अर्थ हुआ वह एकादशी जो मनुष्य में मन, वचन और कर्म से होने वाले पापों को रोकता है यानी जिस एकादशी व्रत से पाप करने की प्रवृत्ति पर अंकुश लग जाता है उस एकादशी व्रत को पापांकुशा एकादशी कहते हैं। पापांकुशा एकादशी आज 3 अक्टूबर को मनाई जा रही है । एकादशी का शुभ मुहूर्त 2 अक्टूबर 2025 को प्रातः 7 बजकर 10 मिनट से प्रारम्भ होगा तथा इसका समापन 3 अक्टूबर 2025 को सायं 6 बजकर 32 मिनट पर होगा। 

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