इस वर्ष 22 मई को मनाई जाएगी शनि जयंती

इस वर्ष 22 मई को मनाई जाएगी शनि जयंती

नई दिल्ली [ महामीडिया ] न्याय के देवता और दंडाधिकारी सूर्यदेव और माता छाया के पुत्र शनिदेव का प्रकटोत्सव वैशाख मास के कृष्णपक्ष की अमावस्या पर 22 मई को मनाया जाएगा।  इस बार अमावस्या तिथि का शुभारंभ 21 मई को शाम 9 बजकर 21 मिनट से होगा तथा 22 मई की रात्रि 11 बजकर 8 मिनट तक रहेगी। इसलिए शनि अमावस्या 22 मई को मनाई जाएगी।शनिदेव तुला राशि में उच्च एवं मेष राशि में नीच के हो जाते हैं। शनिदेव मकर और कुंभ राशियों के स्वामी हैं, शनि का रंग काला है, शनि की दिशा पश्चिम है। ज्योतिषशास्त्र में शनि ग्रह को क्रूर माना जाता है। शनिदेव कुंडली के जिस भाव में बैठते हैं उसको बढ़ा देते हैं और जिस भाव पर दृष्टि डालते हैं उस भाव को कमजोर कर देते हैं। 11 मई को शनि के मकर राशि वक्री होने से बीमारियां बढ़ेंगी और आमजनों को पीड़ा का सामना करना पड़ेगा। वहीं 29 सितंबर 2020 को शनि मार्गी हो जाएंगे। शनिदेव अत्यंत धीमी गति से चलते हैं, इस कारण न्याय मिलने की गति भी धीमी रहती है।
 

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