
श्रावण शिवरात्रि 23 जुलाई को
भोपाल [महामीडिया] हिंदू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व है और इस माह में आने वाली शिवरात्रि को अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। सावन की शिवरात्रि हर वर्ष त्रयोदशी तिथि को आती है और इसे मासिक शिवरात्रि के रूप में पूजा जाता है। हालांकि हर मास में शिवरात्रि आती है, लेकिन श्रावण माह में आने वाली शिवरात्रि की महत्ता कहीं अधिक मानी जाती है क्योंकि पूरा सावन ही भगवान शिव को समर्पित होता है। वर्ष 2025 में सावन शिवरात्रि का पर्व 23 जुलाई, बुधवार को मनाया जाएगा। व्रतधारी इसी दिन व्रत रखेंगे और भगवान शिव की आराधना करेंगे। निशिता काल में पूजा का विशेष महत्व होता है जो इस बार 24 जुलाई को रात्रि 12:07 बजे से लेकर 12:48 बजे तक रहेगा। पूजा का यह विशेष काल 41 मिनट का होगा। शिवरात्रि व्रत का पारण अगले दिन यानी 24 जुलाई की सुबह 05:38 बजे किया जा सकता है। सावन की शिवरात्रि का दिन कांवड़ यात्रा के समापन का प्रतीक होता है। इस दिन कांवड़िए गंगाजल लाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं और अपने संकल्प को पूर्ण करते हैं। देशभर के मंदिरों में इस दिन विशेष पूजा-अर्चना और अभिषेक का आयोजन होता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं।