श्री महारुद्राभिषेक यज्ञ हमारे गुरु परंपरा का वाहक : ब्रह्मचारी गिरीश जी
भोपाल [ महामीडिया] प्रथम श्रावण सोमवार को भोपाल के छान स्थित ब्रह्मानंद सरस्वती आश्रम के महर्षि उत्सव भवन में ब्रह्मचारी गिरीश जी की उपस्थिति में श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव के तृतीय दिवस पर भगवान शंकर जी की पूजा- अर्चना के साथ श्री महा रुद्राभिषेक यज्ञ हुआ। इस अवसर पर महर्षि महेश योगी संस्थान के प्रमुख एवं महर्षि शैक्षणिक संस्थान समूह के अध्यक्ष वेद विद्या मार्तंड ब्रह्मचारी गिरीश जी ने अपने संदेश मे कहा कि "वैदिक गुरु परंपरा हमारे ज्ञान का स्रोत है और श्री महारुद्राभिषेक यज्ञ जगत के कल्याण की मनोकामना से की गई आहुति । हमें इस संपूर्ण ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाना है,यही गुरुदेव ब्रह्मानंद सरस्वती एवं महर्षि महेश योगी जी का जगत को संदेश है। जिसको लेकर हम सभी आगे बढ़ रहे हैं । श्री महारुद्राभिषेक यज्ञ हमारी ज्ञान एवं गुरु परंपरा का वाहक है।"
लगभग तीन घंटे तक चले इस धार्मिक आयोजन मे महर्षि संस्थान के प्रमुख ब्रह्मचारी गिरीश जी ने 121 वैदिक पंडितो के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान शंकर का वैदिक विधि- विधान के साथ श्री महा रुद्राभिषेक किया । श्री महारुद्राभिषेक यज्ञ ढाई बजे से शाम साढ़े पाँच बजे तक किया गया । उल्लेखनीय है कि 11 पंडितों के साथ रुद्राभिषेक होता है । जबकि 11 का वर्ग आधार 121 वैदिक पंडितों के द्वारा किया गया यज्ञ , श्री महा रुद्राभिषेक यज्ञ कहलाता है । श्री महा रुद्राभिषेक यज्ञ के अंत मे सभी उपस्थित लोगों को प्रसाद का वितरण किया गया ।
इस त्रिदिवसीय श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह, महर्षि विश्व शांति आंदोलन एवं महर्षि वेद विज्ञान विश्वविद्यापीठम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया । इस अवसर पर बड़ी संख्या मे महर्षि संस्थान के निदेशक गण,अधिकारी,कर्मचारी ,शिक्षक, छात्र ,छात्राएं और श्रद्धालु उपस्थित थे ।
इसके साथ ही तीन दिवसीय श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव का समापन हो गया जो की बीस जुलाई से चल रहा था । श्री महारुद्राभिषेक यज्ञ का प्रसारण राम राज टीवी के फेसबुक , वेबसाइट और यूट्यूब चैनलों पर किया गया ।