सूर्य देव ऊर्जा के एकमात्र स्त्रोत 

सूर्य देव ऊर्जा के एकमात्र स्त्रोत 

भोपाल [ महा मीडिया] सूर्य देव ऊर्जा का एकमात्र स्त्रोत हैं। उन्हें समस्त जगत का पालन हार भी कहा जाता है। उनकी कृपा तीनो लोक पर बनी रहती है। धार्मिक मान्यता है कि सच्ची श्रद्धा और निष्ठा से रोजाना सूर्य देव की पूजा और उपासना करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। ज्योतिषों की मानें तो करियर और कारोबार में उन्नति और प्रगति के लिए सूर्य का मजबूत होना अनिवार्य है। जिन जातकों का सूर्य मजबूत होता है। उन्हें करियर और कारोबार में कोई समस्या नहीं आती है। कई ज्योतिष नौकरी पाने के लिए सूर्य और गुरु मजबूत करने की सलाह देते हैं। इसके लिए सूर्य का मजबूत रहना जरूरी है। अगर आप भी अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि के इच्छुक हैं, तो रोजाना सूर्य देव की विशेष पूजा करें। उन्हें जल का अर्ध्य दें। साथ ही निम्न मंत्रों का जाप रोजाना करें। आइए, पूजा विधि और मंत्र के बारे में विस्तार से जानते हैं-इसके लिए रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान ध्यान से निवृत होकर सर्वप्रथम पूजा संकल्प लें। इसके बाद आमचन कर अपने आप को शुद्ध कर भगवान भास्कर को जल अर्पित करें। इस समय निम्न मंत्र का उच्चारण जरूर करें।
एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते।
अनुकम्पय मां देवी गृहाणार्घ्यं दिवाकर।।
इसके बाद भगवान विष्णु का स्मरण कर निम्न मंत्र का उच्चारण करें।
शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम।
विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम।
लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म।"
तदोपरांत, पीला वस्त्र धारण कर भगवान की पूजा फल, धूप-दीप, दूर्वा आदि से करें। फिर आरती अर्चना कर भगवान से सुख, शांति और समृद्धि की कामना करें। आप चाहें तो जथा शक्ति तथा भक्ति अनुसार ब्राह्मणों को दान दे सकते हैं। इस तरह पूजा-उपासना करने से जीवन में सुख और शांति का आगमन होता है।

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