तीज-त्यौहारः शनिश्चरी अमावस्या है आज

तीज-त्यौहारः शनिश्चरी अमावस्या है आज

भोपाल (महामीडिया) भाद्रपद मास में पड़ने वाली अमावस्या को कुशोत्पटनी अमावस्या कहते हैं। वहीं आज शनिवार होने के कारण ये शनिश्चरी अमावस्या भी कहलाएगी। देश में छत्तीसगढ़, कर्नाटक और खासकर महाराष्ट्र में आज बेल पोला पर्व मनाते हैं। पंचांग की मानें तो यह पर्व पिठोरी अमावस्या के दिन मनाया जाता है। महाराष्ट्र में इसे पोला मराठी फेस्टिवल भी कहते हैं। इस दिन किसान अपने पशुओं और हल की पूजा करते हैं। इस दिन को मनाने के विविध मान्यताएं और परंपराएं हैं। इस दिन महाराष्ट्र में महिलाएं अपनी संतान के लिए व्रत रखती हैं। महाराष्ट्र में इस दिन संतान और पशुधन की सलामती के लिए चौसठ योगिनियों की पूजा की जाती है। 
शनि अमावस्या मुहूर्त
भाद्रपद अमावस्या तिथि की शुरुआत शुक्रवार, 26 अगस्त 2022 को दोपहर 12:23 बजे से शुरू हो चुकी है और इसका समापन शनिवार, 27 अगस्त 2022 को दोपहर 01:46 बजे होगा। 
शनि अमावस्या पूजा विधि
शनि अमावस्या के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद किसी शनि मंदिर में जाकर शनिदेव को सरसों का तेल, काले तिल और मिष्ठान अर्पित करें। फिर शनिदेव के समक्ष बैठकर शनि चालीसा का पाठ करें। साथ ही इस दिन शनि देव को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ के नीचे दीपक अवश्य जलाएं।
वहीं मान्यता है कि अमावस्या तिथि के दिन शनिदेव की उपासना के साथ-साथ पितृ तर्पण, पिंड दान आदि करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि, सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।
 

सम्बंधित ख़बरें