श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर की नींव स्तंभों की तरह ढाली जाएगी

श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर की नींव स्तंभों की तरह ढाली जाएगी

अयोध्या[ महामीडिया ]  अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का काम चंद रोज में शुरू हो जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की योजना ऐसा सुदृढ़ राम मंदिर बनाने की है, जो हजार साल तक आंधी-तूफान और मौसम की मार बर्दाश्त करने में सक्षम होगा।इस योजना के अनुरूप मंदिर की नींव इस तरह ढाली जाएगी, जैसे बड़ी नदियों पर बनने वाले पुल के स्तंभों का निर्माण होता है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव बातचीत में कहा कि अयोध्या में मंदिर के भूमि पूजन में के सहयोग करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद। उन्होंने कहा कि हम यहां पधारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यवहार तथा विनम्रता का अभिनंदन करते हैं। मंदिर निर्माण में अब आगे की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मंदिर निर्माण में कुछ तकनीकी काम बाकी है। निर्माण कार्य से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय ख्याति की कंपनी लार्सन एंड टुब्रो के विशेषज्ञ नींव की ड्राइंग को अंतिम स्वरूप देने में लगे हैं। सारा दारोमदार नींव पर ही है। इसके साथ ही प्रस्तावित मंदिर का मानचित्र विकास प्राधिकरण से स्वीकृत कराया जाएगा।मंदिर का परकोटा तो पांच एकड़ में ही है, पर मानचित्र संपूर्ण 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर को ध्यान के रखकर निर्मित कराया जाएगा। इसका इंतजाम है कि मंदिर एक हजार वर्ष तक सुरक्षित रहे। फिलहाल रामलला के नीव की ड्राइंग बनकर तैयार है। इसके निर्माण के लिए एलएनटी कंपनी तैयार है। इस कंपनी ने अभी तक ट्रस्ट के सामने ड्राइंग पेश नहीं की है। 


 

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