5 फरवरी को ब्रह्मलीन हुए थे परम पूज्यनीय महर्षि महेश योगी जी

5 फरवरी को ब्रह्मलीन हुए थे परम पूज्यनीय महर्षि महेश योगी जी

भोपाल [महामीडिया] सम्पूर्ण विश्व में वेद विज्ञान, योग, ध्यान जैसे सनातन ज्ञान को प्रतिष्ठापित करने वाले चेतना वैज्ञानिक परम् पूज्य महर्षि महेश योगी जी 5 फरवरी 2008 को इस नश्वर विश्व को त्यागकर ब्रह्मलीन हुए थे उनकी समाधि स्थल पर कल उनके परम निष्ठ शिष्य वेद विद्या मार्तण्ड ब्रह्मचारी गिरीश जी गंगा पूजन और दीपदान करेंगे। उल्लेखनीय है कि महर्षि जी के अग्नि समाधि स्थल महर्षि आश्रम, प्रयागराज में एक अत्यंत विशाल और भव्य महर्षि स्मारक का निर्माण किया गया है जिसके दर्शन हेतु हजारों भक्त प्रतिदिन पहुँच रहे हैं ।

महर्षि जी के परम निष्ठ शिष्य वेद विद्या मार्तण्ड ब्रह्मचारी गिरीश जी ने बताया कि "वह महर्षि जी के प्रति श्रद्धांजलि स्वरुप कल 5 फरवरी को वैदिक पंडितों के साथ गंगा माता का पूजन करेंगे और 1008 दीपदान करेंगे।" इस अवसर पर सभी लोग मिलकर यह संकल्प भी लेंगे कि विश्व कल्याण के लिए महर्षि जी के समस्त संकल्प, कार्य, प्रकल्प एवं योजनाएं शीघ्रतिशीघ्र पूर्ण हों और उनका लाभ विश्व परिवार के समस्त सदस्यों और राष्ट्रों को प्राप्त हो।

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