मार्गशीर्ष मास में भगवान श्रीकृष्ण के पूजा की परंपरा
भोपाल [ महामीडिया] अभी अगहन यानी मार्गशीर्ष चल रहा है, ये महीना धर्म-कर्म के साथ ही बहुत खास है। इस महीने से शीत ऋतु का असर शुरू हो जाता है। बढ़ती ठंड में जीवन शैली में सकारात्मक बदलाव करने से मौसमी बीमारियों से बचाव हो सकता है। इसी महीने में रोज सुबह पूजा-पाठ के साथ ही मंत्र जप करते हुए ध्यान करेंगे तो नकारात्मक विचार दूर हो सकते हैं।मार्गशीर्ष मास में भगवान श्रीकृष्ण के पौराणिक मंदिरों और तीर्थों में दर्शन-पूजन करने की परंपरा है, इन दिनों में पूजा-पाठ के साथ ही श्रीकृष्ण के ग्रंथ और उनकी कथाएं भी पढ़ी-सुनी जाती हैं। अगहन मास में रोज सुबह श्रीकृष्ण की विशेष पूजा करने की परंपरा है। पूजा करते समय भगवान के मंत्रों के साथ ध्यान भी करेंगे तो विचार पॉजिटिव बनेंगे। विचार पॉजिटिव रहेंगे तो काम करते समय उत्साह बना रहेगा और काम में सफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।