आज मां स्कंदमाता की पूजा
भोपाल [ महामीडिया] आज नवरात्रि के पांचवे दिन देवी स्कंदमाता की पूजा होगी। ये हिमायल की पुत्री पार्वती ही हैं। इन्हें गौरी भी कहा जाता है। भगवान कार्तिकेय का एक नाम स्कंद भी है। जो कि देव-असुर संग्राम में देवताओं के सेनापति थे। इनकी माता होने से इन्हें स्कंदमाता कहा जाता है।देवी के इस रूप की चार भुजाएं हैं। इन्होंने दाएं तरफ की ऊपर वाली भुजा से स्कंद यानी कार्तिकेय को पकड़ा हुआ है। निचली दाईं भुजा में कमल का फूल है। बायीं ओर का उपर वाला हाथ वर मुद्रा में है। नीचे वाले हाथ में सफेद कमल का फूल है।सिंह इनका वाहन है। देवी पुराण के मुताबिक जिस पर स्कंदमाता की कृपा होती है उसके मन और मस्तिष्क में अपूर्व ज्ञान की उत्पत्ति होती है।