शंख की पूजा से मिलता है महालक्ष्मी का आशीर्वाद

शंख की पूजा से मिलता है महालक्ष्मी का आशीर्वाद

भोपाल [महामीडिया]  ऐसा कहा जाता है कि समुद्र मंथन से 14 रत्न प्राप्त हुए थे, इनमें से एक शंख भी था। शंख को मां लक्ष्मी का भाई भी कहा जाता है। किसी भी पूजा और मांगलिक कार्यों में शंख की ध्वनि बहुत ही शुभ होती है। ऐसा कहा जाता है कि शंख के घर में होने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।शंख को किसी खास योग में ही घर में स्थापित करना चाहिए। दीपावली, होली, महाशिवरात्रि, नवरात्र, रवि-पुष्य, गुरु-पुष्य नक्षत्र आदि ऐसे ही शुभ मुहूर्त हैं, जब शंख को घर में स्थापित किया जाना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि न किसी को शंख देना चाहिए और न ही किसी का दिया शंख इस्तेमाल करना चाहिए।शंख भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी दोनों से जुड़ा है। भगवान विष्णु के चार आयुध शस्त्रों में शंख भी शामिल है। भगवान विष्ण के हाथों में चक्र, गदा, पदम यानी कमल का फूल और शंख भी होता है। इसके जल से पूरे घऱ में छिड़काव करने से पूरा घर पवित्र होता है।घर के मंदिर में शंख को ऐसे कही भीं नहीं रखना चाहिए, शंख को हमेशा लाल कपड़े में लपेटकर आसन में ही रखना चाहिए और पूजा में इसमें जलभर रखना चाहिए।शंख को घर के पूजा स्थल में रखने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। गृहस्थ जीवन यापन करने वालों को प्रतिदिन शंख के दर्शन करने चाहिए।

सम्बंधित ख़बरें