चीफ जस्टिस ने अपने कार्यकाल पर सार्वजनिक संबोधन दिया
नईदिल्ली [ महामीडिया] चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने हाल ही में सार्वजनिक संबोधन में अपने कार्यकाल पर विचार करते हुए कहा कि वे जजों और वकीलों की भावी पीढ़ी के लिए जो विरासत छोड़ेंगे, उसके बारे में सोच रहे हैं। भूटान में जेएसडब्ल्यू लॉ स्कूल के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए चीफ जस्टिस ने कहा "मैं दो साल तक देश की सेवा करने के बाद इस साल नवंबर में चीफ जस्टिस के रूप में पद छोड़ दूंगा। चूंकि मेरा कार्यकाल समाप्त होने वाला है। इसलिए मेरा मन भविष्य और अतीत के बारे में आशंकाओं से बहुत अधिक घिरा हुआ है। मैं खुद को ऐसे सवालों पर विचार करते हुए पाता हूं जैसे: क्या मैंने वह सब हासिल किया जो मैंने करने का लक्ष्य रखा था ? इतिहास मेरे कार्यकाल का कैसे मूल्यांकन करेगा ? क्या मैं कुछ अलग कर सकता था ? मैं न्यायाधीशों और कानूनी पेशेवरों की भावी पीढ़ियों के लिए क्या विरासत छोड़ूंगा।" चीफ जस्टिस ने कहा कि उन्होंने अपने काम को पूरी तरह से निभाने का प्रयास किया और उन्हें देश की पूरी निष्ठा से सेवा करने का संतोष है।