
नैक ने CBI की सिफारिश पर 900 समीक्षकों को हटाया
नई दिल्ली [महामीडिया] राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद ने ग्रेडिंग प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के आरोप में 900 समीक्षकों को हटा दिया है। यह कार्रवाई केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को एक टिप-ऑफ के बाद की गई जिसमें कहा गया था कि आंध्र प्रदेश के एक मानित विश्वविद्यालय कोनेरु लक्ष्मैया शिक्षा फाउंडेशन का दौरा करने वाले मूल्यांकनकर्ताओं ने उच्चतम प्रत्यायन ग्रेड के बदले में रिश्वत मांगी।जब राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद पहले से ही अपनी मान्यता ढांचे का पुनर्मूल्यांकन कर रहा है ऐसे समय समीक्षकों का सामूहिक निष्कासन एक गहरे बदलाव का संकेत है । राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद के निदेशक द्वारा भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया है कि उनका काम केवल प्रक्रियात्मक नहीं था बल्कि वह एक "राष्ट्रीय महत्व का कार्य" था। इसके साथ साथ राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने भ्रष्टाचार के मामलों में संलिप्त और सीबीआई जांच का सामना कर रहे विश्वविद्यालयों के लिए आदेश जारी किया है इसमें नैक ने सीबीआई जांच में पकड़े गए विश्वविद्यालयों पर 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया है।