बेमौसम बारिश से अंगूर के उत्पादन में गिरावट की आशंका

बेमौसम बारिश से अंगूर के उत्पादन में गिरावट की आशंका

भोपाल [महामीडिया] भारत का 2025-26 अंगूर सीजन इस बार किसानों के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं साबित हो रहा है। महाराष्ट्र के सांगली जैसे प्रमुख अंगूर उत्पादक इलाकों में लगातार हो रही असमय बारिश ने फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस सीजन में अंगूर की पैदावार में 20-30% तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। मई के मध्य में हुई शुरुआती बारिश ने अंगूर की फ्लावरिंग स्टेज को नुकसान पहुंचाया है जिसे भरपूर धूप की जरूरत होती है। इस दौरान 1000 मिमी से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई जिससे न केवल पौधों की बढ़वार रुकी बल्कि फलों में कीटों, खासकर फ्रूट फ्लाई का प्रकोप भी बढ़ गया। बारिश का सिलसिला अक्टूबर तक जारी रहा जिससे फसल पुनर्बहाली की उम्मीदें कम होती गईं। निर्यातकों का मानना है कि दिसंबर से शुरू होने वाली निर्यात अवधि में अंगूर की कम उपलब्धता के चलते शुरूआती दिनों में कीमतों में 10-15% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। भारत मुख्य रूप से थॉम्पसन सीडलेस, सोनाका सीडलेस, शरद जंबो और क्रिमसन जैसी किस्मों का यूरोप, दक्षिण-पूर्व एशिया और मध्य पूर्व में निर्यात करता है।

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