म.प्र.के 25 जिलों में आंगनबाड़ी मानदेय घोटाले की जांच अभी भी अधूरी
भोपाल [ महामीडिया] म.प्र. के 25 जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय घोटाले की जांच 7 साल में भी पूरी नहीं हो पाई है। इस मामले में सिर्फ छोटे कर्मचारियों (लिपिक-लेखापाल) पर कठोर कार्रवाई (बर्खास्ती) हुई, जबकि परियोजना अधिकारियों को सिर्फ निलंबित किया गया। जबकि बड़े अधिकारियों पर आंच तक नहीं आई है। गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने आरोपितों के खिलाफ अलग-अलग थानों में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी, मगर संबंधितों की गिरफ्तारी तक नहीं हुई। राजधानी में पकड़ी गई इस गड़बड़ी की जब परतें खुलीं तो प्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में 12 करोड़ रुपए से अधिक का फर्जी मानदेय भुगतान होने का पता चला था। लगभग 70 अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय जांच भी अब तक पूरी नहीं हो पाई है। जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं ।