तीन मई से शुरू होंगे मांगलिक कार्य
भोपाल [ महामीडिया] खरमास की समाप्ति के बाद भी मांगलिक कार्य नहीं हो पाएंगे. इसकी मुख्य वजह है गुरु गुरु ग्रह को वैवाहिक जीवन का कारक माना गया है. विवाह से जुड़े सभी काम के लिए गुरु का उदित होना अति आवश्यक है. 1 अप्रैल 2023 को गुरु ग्रह मीन राशि में अस्त हुए थे. गुरु के अस्त होने पर विवाह, सगाई, व्रत उद्यापन, गृह प्रवेश करने की मनाही है. बृहस्पति के अस्त होने पर उनकी शक्तियां कमजोर पड़ जाती हैं और उनकी शुभता का प्रभाव घटने लगता है. ऐसे में कोई भी मांगलिक कार्य करने पर वह सफल नहीं होत गुरु ग्रह 3 मई 2023 को सुबह 04 बजकर 56 मिनट पर उदित होंगे. इसके बाद मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे. मई में शादियों के 13 मुहूर्त हैं.