बथुआ की साग के औषधीय गुण
भोपाल [ महामीडिया] आयुर्वेद में बथुए के कई फायदों के बारे में बताया गया है साथ ही इसमें कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं. बथुए में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, मैगनीज, फास्फोरस, पोटैशियम, सोडियम व जिंक आदि मिनरल्स होते हैं. इसमें फाइबर की मात्रा काफी ज्यादा होती है जिस कारण यह पेट और कब्ज की समस्या के लिए फायदेमंद माना जाता है. बथुआ एक महत्त्वपूर्ण तथा स्वास्थ्यवर्धक शाक है। इस पौधे के पत्ते शीतादरोधी तथा पूयरोधीहोते हैं। बथुए में अनेक प्रकार के लवण एवं क्षार पाए जाते हैं, जिससे यह पेट रोग के लिए फायदेमंद होता ही है साथ ही अनेक बीमारियों में भी काम में लाया जा सकता है। सर्दियों में बथुआ के साग के सेवन के कई सेहतमंद फायदे हैं, उस में से एक पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाना है। बथुआ में प्रोटीन और सोडियम पाया जाता है। सर्दी में बथुआ के साग में नमक मिलाकर खाने से पेट दर्द, कब्ज, उल्टी आदि समस्या से निजात मिलता है। पेट में कीड़ों की शिकायत भी दूर होती है। शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ को दूर करने के लिए बथुआ का सेवन करें। बथुए का सेवन खून साफ करने में मदद करता है। ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने के लिए बथुआ में नीम की पत्तियां मिलाकर सेवन करें।अगर त्वचा संबंधी परेशानी है और चेहरे पर कील मुंहासे होते हैं तो बथुए का सेवन करना चाहिए। बथुआ का नियमित सेवन त्वचा को रोग मुक्त करता है। बथुआ का सूप या जूस नमक और नींबू का रस मिलाकर पीने से मुंहासे, फोड़े, दाद, खुजली आदि की शिकायत को दूर कर सकते हैं।