'पलाश' के औषधीय गुण

'पलाश' के औषधीय गुण

भोपाल [ महामीडिया] पलाश का पेड़ भारतभर में पाया जाता है। इसके फूलों को टेसू के फूल के नाम से भी जाना जाता है। पौधे के विभिन्न भागों जैसे फूल, छाल, पत्ती और बीज का उपयोग औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता है। यह चर्म रोग, ज्वर, मूत्रावरोध, सिरोसिस, गर्भाधान रोकने और नेत्र ज्योति बढ़ाने सहित कई बीमारियों में लाभदायक है। इसके पत्ते दोना और पत्तल बनाने के काम भी आते हैं।इसमें रोगाणुरोधी और एंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं, जिसकी वजह से इसे डायरिया, लिवर और अन्‍य समस्‍यों के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। पलाश के पत्ते का पाउडर लेने से शरीर में ग्लूकोज चयापचय में सुधार करके रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में मदद मिलती है। वहीं, पलाश के काढ़े का उपयोग योनि संक्रमण और मूत्र संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग होता है। यदि आप चाहते हैं कि आपको अपनी बीमारी के लिए बार-बार डॉक्‍टर के चक्‍कर न लगाने पड़ें, तो पलाश के फूलों को अपने जीवन में जरूर शामिल करें। 
पलाश के औषधीय गुण
डायरिया रोधी (छाल)
कृमिनाशक (बीज)
मधुमेह
एंटी-इंफ्लेमेटरी
हेपेटोप्रोटेक्टिव फूल
ऐंटिफंगल
कसैला (पत्ते)
टॉनिक (पत्ते)
ऐपेटाइजर, कामोद्दीपक, रेचक, कृमिनाशक (छाल)
 

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