नगर निगम भोपाल में इंदौर के बाद महाघोटाला उजागर
कटनी [ महामीडिया] नगर निगम भोपाल में भी चार करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला सामने आया है। निगम के अधिकारी-कर्मचारियों ने जीवित श्रमिकों को मृत बताकर उनके नाम पर संबल योजना के अंतर्गत मिलने वाली अनुग्रह राशि डकार गए। अलग-अलग मद में यह राशि दो से चार लाख रुपये तक मिलती है। जांच के बाद पुलिस ने आठ जोनल अधिकारी, छह वार्ड प्रभारी सहित 17 लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है। नगर निगम भोपाल के अलग-अलग जोन में लगभग सवा सौ पंजीकृत मजदूरों की मौत की फाइलें तैयार की गई। इन्हें भवन संनिर्माण एवं कर्मकार मंडल में भेजकर श्रमिकों को मिलने वाली सहायता राशि का भुगतान ले लिया गया । गड़बड़ी के लिए श्रमिकों का मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनाकर फाइल में लगाया गया। गड़बड़ी करने वालों ने भ्रष्टाचार की राशि अपने किसी परिचित या श्रमिक के खाते में डलवाई। श्रमिक की दुर्घटना में मौत होने पर चार लाख सामान्य मौत पर- दो लाख रुपये स्थायी अपंगता पर- दो लाख रुपये आंशिक स्थायी अपंगता पर एक लाख रुपये मिलते हैं । जिसका दुरूपयोग करके यह गबन किया गया ।